Menu
blogid : 8789 postid : 74

हँसमुखजी ने खेली होली,मस्ती में खाली भांग की गोली (हास्य कविता)

"निरंतर" की कलम से....
"निरंतर" की कलम से....
  • 30 Posts
  • 77 Comments

हँसमुखजी ने खेली होली

मस्ती में

खाली भांग  की गोली

भांग ने

दिखाया अपना रंग

हँसमुखजी  ने

लिया हाथ में चंग

मचाने लगे हुडदंग

बीबी को

आंटीजी कह दिया

साली को

कह दिया जानेमन

बीबी का

हाथ झटक दिया

साली को

गले लगा लिया

बीबी साली एक

हो गयी

चढ़ायी दोनों ने

त्योरियां

साली ने पकडे हाथ

बीबी ने  पकड़ी टांग

ठन्डे पानी के हौद में

हँसमुखजी को फैंक दिया

कमर में लगी चोट

जोश पड गया ठंडा

नशा  हो गया मंद

पड गया रंग में भंग

लग गयी उनको ठण्ड

ऊपर से बीबी ने

कर दिया खाना बंद

फिर लगवाए

गिन गिन कर पूरे

ढेड सौ डंड

हँसमुखजी ने खायी

सौगंध

अब होली पर नहीं

खायेंगे

जीवन में कभी भंग

03-03-2012

288-23-03-12

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply